गायत्री माता की आरती Gayatri Mata Ki Aarti गायत्री माता की आरती जयति जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता सत् मारग पर हमें चलाओ, जो है सुखदाता जयति जय गायत्री माता आदि शक्ति तुम अलख निरञ्जन जग पालन कर्त्री दुःख, शोक, भय, क्लेश, कलह […]
आरती
आरती कुंजबिहारी की Aarti Kunj Bihari Ki in Hindi & English easy 2 learn
आरती कुंजबिहारी की Aarti Kunj Bihari Ki in Hindi & English easy 2 learn आरती कुंजबिहारी की (Aarti Kunj Bihari Ki) आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥ गले में बैजंती माला, बजावै मुरली […]
श्री कुबेर जी की आरती( sri kuber ji ki aarti in hindi )
श्री कुबेर जी की आरती( sri kuber ji ki aarti in hindi ) कुबेर जी की आरती (kuber ji ki aarti)का भी उतना ही महत्व है जितना माँ लक्ष्मी जी की आरती का महत्व होता है , जहाँ माता लक्ष्मी को चंचला कहा जाता है […]
माँ लक्ष्मी जी की आरती
जिनकी राशी या लग्न वृष या तुला हो उनके लिए माँ लक्ष्मी का पूजन बहुत फलदायी होता है…
माँ सरस्वती आरती
साथियों समस्त संसार में जिसके पास भी विद्या है,ज्ञान है,संगीत है,सुरलय और ताल है वो सभी कुछ वीणा वादिनी-हंस वाहिनी-विद्या दायिनी माँ सरस्वती के आशीर्वाद से ही है और हिन्दू धर्म में माँ भगवती अपने भिन्न भिन्न गुणों जैसे सतोगुण , रजोगुण , तमोगुण के साथ अपने भक्तों का कल्याण करती है जिसमे माँ सरस्वती सतोगुणी , माँ लक्ष्मी रजोगुणी और माँ काली तमोगुणी देवियाँ है|
दुर्गा जी की आरती Durga Ji ki Arti in Hindi
ॐ जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी
तुम को निशदिन ध्यावत हरि ब्रह्मा शिवरी. ॐ जय अम्बे…
हनुमान जी की आरती
आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥
जाके बल से गिरिवर कांपे। रोग दोष जाके निकट न झांके॥
शिवजी की आरती
शिवजी की आरती ॐ जय शिव ओंकारा, स्वामी जय शिव ओंकारा। ब्रह्मा, विष्णु, सदाशिव, अर्द्धांगी धारा॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ एकानन चतुरानन पञ्चानन राजे। हंसासन गरूड़ासन वृषवाहन साजे॥ ॐ जय शिव ओंकारा॥ दो भुज चार चतुर्भुज दसभुज अति सोहे। त्रिगुण रूप निरखते त्रिभुवन जन मोहे॥ […]
गणेश जी की आरती
प्रत्येक कार्य प्रारम्भ करने से पूर्व गणेश जी का नाम लेना अति आवश्यक होता है…तभी कार्य सिद्ध होता है …तो किसी भी पूजन में सर्वप्रथम गणेश जी की आरती करें … जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा । माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥ […]
विष्णु जी की आरती
ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी ! जय जगदीश हरे।भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करे॥
ॐ जय जगदीश हरे।