संत कबीर दास जी के 19 प्रसिद्ध दोहे-माया मरी न मन मरा जैसे- 19 kabir ke dohe हिंदी में अर्थ सहित

संत कबीर दास जी के 19 प्रसिद्ध दोहे संत कबीर दास जी के 19 प्रसिद्ध दोहे-माया मरी न मन मरा जैसे- kabir ke dohe हिंदी में अर्थ सहित माया मरी न मन मरा, मर-मर गए शरीर । आशा तृष्णा न मरी, कह गए दास कबीर । इस दोहे का अर्थ: कबीर दास जी कहते हैं […]

संत कबीर दास जी के 19 प्रसिद्ध दोहे-माया मरी न मन मरा जैसे- 19 kabir ke dohe हिंदी में अर्थ सहित Read More »