हनुमान जी की आरती hanuman ji ki aarti by Lokendra Pathak Vedic Astrologer आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥ जाके बल से गिरिवर कांपे। रोग दोष जाके निकट न झांके॥