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ज्योतिष-Astrology

मूंगा से रोगों का उपचार कैसे करें How to cure diseases with coral with 11 methods

मूंगा से रोगों का उपचार कैसे करें How to cure diseases with coral with 11 methods

रत्न विज्ञान, ज्योतिष
मूंगा से रोगों का उपचार कैसे करें How to cure diseases with coral with 11 methods मित्रों रत्न से रोगों का उपचार में आज इस पोस्ट के द्वारा हम जानेंगे मूंगा से रोगों का उपचार कैसे करें (How to cure diseases with coral) ? साथियों मूंगा मंगल ग्रह का रत्न है और मंगल ग्रह से जुड़े हुए शरीर के सभी भाग , मूंगा के धारण करने से या मूंगा रत्न की भस्म लेने से ठीक हो जाते हैं . मूंगा रक्त विकार, रक्त पित्त , हृदय की दुर्बलता आदि अनेक प्रकार के रोगों के उपचार में सहायक होता है. तो आईए जानते हैं मूंगा से रोगों का उपचार कैसे करें मूंगा से रोगों का उपचार कैसे करें How to cure diseases with coral with 14 methods मूंगे को आयुर्वेद में प्रवाल कहा गया है । आयुर्वेद के अनुसार- मूंगा गुण में लघु व रुक्ष है। रस की दृष्टि से यह मधुर और कुछ अम्लीय होता है। इसका विपाक मधुर तथा वीर्य शीत होता है। वैज...
लहसुनिया क्यों पहना जाता है-सफलता के झंडे गाड़ता है लहसुनिया benefits of cat’s eye with 3 main characteristics

लहसुनिया क्यों पहना जाता है-सफलता के झंडे गाड़ता है लहसुनिया benefits of cat’s eye with 3 main characteristics

रत्न विज्ञान
लहसुनिया क्यों पहना जाता है-सफलता के झंडे गाड़ता है लहसुनिया - benefits of cat's eye with 3 main characteristics आप में से अनेक साथी ये जानना चाहते हैं कि लहसुनिया क्यों पहना जाता है, जिसे आज हम विस्तार से बता रहें हैं - लहसुनिया क्यों पहना जाता है-benefits of cat's eye जिनकी कुंडली में केतु दुर्बल, पीड़ित या अस्त हो। उन्हें लहसुनिया पहनना चाहिए, जब कुंडली में केतु द्वितीय, तृतीय, चतुर्थ, पंचम, नवम अथवा दशम भाव में स्थित हो तो लहसुनिया पहनना लाभकारी होता है। अथवा केतु कुंडली के किसी भाव में मंगल, बृहस्पति या शुक्र के साथ स्थित हो तो लहसुनिया अवश्य धारण करना चाहिए। केतु का रत्न है लहसुनिया अर्थात् इसका स्वामी केतु ग्रह है। इसमें सफेद धारियां पाई जाती हैं। जिनकी संख्या मुख्यतः दो, तीन या चार होती है। संस्कृत में इसे विदुर रत्न, बाल सूर्य,वैदूर्य और अंग्रेजी में कैट्स- आई और उर्दू या ...
मनचाही स्त्री को वश में करने का शाबर स्त्री वशीकरण मंत्र 1 Shabar Stree Vashikaran Mantra to attract desired woman

मनचाही स्त्री को वश में करने का शाबर स्त्री वशीकरण मंत्र 1 Shabar Stree Vashikaran Mantra to attract desired woman

शाबर मंत्र Shabar Mantra, ज्योतिष
मनचाही स्त्री को वश में करने का शाबर स्त्री वशीकरण मंत्र 1 Shabar Stree Vashikaran Mantra to attract desired woman Shabar Stree Vashikaran Mantra: साथियों हमे शाबर स्त्री वशीकरण मंत्र का सहारा तब ही देना चाहिए जब आप किसी स्त्री को सच्चा प्रेम करते हैं लेकिन किसी कारणवश वह स्त्री आपके प्रेम को पहचान नहीं पा रही हो और आपके प्रेम का तिरस्कार कर आपको नजरअंदाज कर रही हो , तो जब आपके पास कोई मार्ग शेष न बचे और आप किसी स्त्री को बहुत अधिक चाहते हो तो आप नीचे दिए गये शाबर स्त्री वशीकरण मंत्र का विधिपूर्वक प्रयोग करें आज अनेक युवा साथी किसी स्त्री के प्रेम में अपना जीवन तक बर्बाद कर लेते हैं , कितु यदि आपका प्रेम सच्चा है और आप किसी स्त्री के प्रेम को पाना चाहते हैं तो उस स्थिति में आप पूजा पाठ और मंत्रो का सहारा ले सकते हैं और मंत्रों में शाबर मंत्र विशेष शक्तिशाली माने गए हैं । आज अपनी इस ...
शुक्र का राशि परिवर्तन shukra rashi parivartan 2023 in hindi

शुक्र का राशि परिवर्तन shukra rashi parivartan 2023 in hindi

ज्योतिष, trending google
शुक्र का राशि परिवर्तन shukra rashi parivartan 2023 in hindi shukra rashi parivartan 2023 in hindi: शुक्र का राशि परिवर्तन हो चुका है , शुक्र ग्रह इस वर्ष 3 नवंबर 2023 को प्रातः 4:58 पर कन्या राशि में प्रवेश कर चुके हैं । शुक्र ग्रह को सदा से भोग,ऐश्वर्य, वैभव, कला, संगीत और सुख का ग्रह माना गया है। शुक्र कुंडली में शुभ प्रभाव में होते हैं , शुभ भाव में बैठे होते हैं तो हमें जीवन में सुख संपत्ति की प्राप्ति होती है ।ऐश्वर्या की प्राप्ति होती है लेकिन ठीक इसके विपरीत यदि शुक्र पीड़ित होते हैं तो हमारा जीवन कष्टकारी हो जाता है । वर्तमान में शुक्र सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश कर रहे हैं जहां पर शुक्र नीच राशि के हो जाते हैं । शुक्र का राशि परिवर्तन विभिन्न राशियों पर क्या प्रभाव डालेगा , आइये इसे जानते हैं शुक्र का राशि परिवर्तन shukra rashi parivartan 2023 शुक्र का राश...
मोती से रोगों का उपचार कैसे करें How to cure diseases with pearls with 14 methods 

मोती से रोगों का उपचार कैसे करें How to cure diseases with pearls with 14 methods 

रत्न विज्ञान, ज्योतिष
मोती से रोगों का उपचार कैसे करें How to cure diseases with pearls with 14 methods आज हम अपनी इस पोस्ट में जानेंगे मोती से रोगों का उपचार कैसे करें (How to cure diseases with pearls) , मित्रों मोती चंद्रमा का रत्न है और जिस किसी की कुंडली में चंद्रमा पीड़ित हो या पापी और क्रूर ग्रहों के प्रभाव में हो अथवा पापी ग्रहों के साथ युति में हो या पाप ग्रहों की दृष्टि में हो तो इस स्थिति में चंद्रमा से जुड़ी हुई व्याधियां हमारे शरीर में आने लगती है ऐसी स्थिति में हम मोती से रोगों का उपचार कर सकते हैं . Photo by Fiona Murray on Unsplash मोती की उत्पत्ति प्राकृतिक रूप से होती हैं जैसे मोती सीपों-घोंघों के पेट में ऐंद्रिक पदार्थों के मिलन से उत्पन्न होता है। इसलिए इसका चिकित्सा के क्षेत्र में अत्यधिक महत्व है और मोती से विभिन्न रोगों का उपचार किया जाता है । प्राचीनकाल से ही आयुर्वेदिक और यून...
स्फटिक किसे कहते हैं, स्फटिक किस काम आता है और इसके क्या क्या लाभ हैं rhinestones (rock crystals ) & it’s 6 Astrological benefits

स्फटिक किसे कहते हैं, स्फटिक किस काम आता है और इसके क्या क्या लाभ हैं rhinestones (rock crystals ) & it’s 6 Astrological benefits

रत्न विज्ञान, trending google
स्फटिक किसे कहते हैं, स्फटिक किस काम आता है और इसके क्या क्या लाभ हैं rhinestones (rock crystals ) & it's 6 Astrological benefits rhinestones - rock crystals - साथियों ज्योतिष में रत्नों का महत्व बहुत अधिक माना गया इसीलिए आज हम रत्नों में स्फटिक किसे कहते हैं , स्फटिक का महत्व क्या होता है, असली स्फटिक की पहचान क्या होती है , इन सब बातों को जानने का प्रयास करेंगे स्फटिक किसे कहते हैं What is crystal- rhinestone ज्योतिष (Astrology) में स्फटिक को हीरे का उपरत्न कहा जाता है , स्फटिक (rock crystals) को संस्कृत में सितोपल,शिवप्रिय, कांचमणि आदि और अंग्रेज़ी में क्रिस्टल कहा जाता है , इसे ही सफेद बिल्लौर भी कहा जाता है। स्फटिक एक सफेद रंग का चमकदार , पारदर्शी और साफ़ पत्थर होता है जो कि कांच जैसा दिखाई देता है , स्फटिक बर्फ के पहाड़ों पर बर्फ के नीचे बड़े छोटे टुकड़ों के रूप में मिलता है औ...
कुंडली में विवाह के योग बताते हैं कैसा होगा जीवनसाथी life partner as per horoscope- 4 important yoga for marriage

कुंडली में विवाह के योग बताते हैं कैसा होगा जीवनसाथी life partner as per horoscope- 4 important yoga for marriage

ज्योतिष
कुंडली में विवाह के योग बताते हैं कैसा होगा जीवनसाथी life partner as per horoscope- 4 important yoga for marriage life partner as per horoscope: सनातन धर्म में ज्योतिष और ज्योतिष में कुंडली का विशेष महत्व होता है । कुंडली में विवाह के योग कुंडली में स्थित ग्रहों की स्थिति से निर्धारित होती है। कुंडली से यह पता चल जाता कि विवाह यानि विवाह कब होगी और कैसा होगा जीवनसाथी ? कुंडली में विवाह की योग कैसे हैं ये किसी भी व्यक्ति की कुंडली में सप्तम भाव, सप्तम भाव के स्वामी अर्थात सप्तमेश और सप्तमेश की कुंडली में विभिन्न भाव में स्थिति से पता चलता है । कुंडली में विवाह में जो योग बन रहे हैं उसमें हमें यह भी देखना होता है कि सप्तम भाव पर किन ग्रहों की दृष्टि है और सप्तमेश पर किन ग्रहों की दृष्टि है। इसके साथ ही हमें महादशा अंतर्दशा को भी ध्यान से देखना होता है । किसी भी व्यक्ति की कुंडली मे...
जीवन में सुख शांति प्राप्त करने के लिए शाबर मंत्र only 1 shabar mantra for peace & prosperity

जीवन में सुख शांति प्राप्त करने के लिए शाबर मंत्र only 1 shabar mantra for peace & prosperity

शाबर मंत्र Shabar Mantra, ज्योतिष-Astrology
जीवन में सुख शांति प्राप्त करने के लिए शाबर मंत्र only 1 shabar mantra for peace & prosperity आप इस पोस्ट से जानेंगे कि कैसे हम अपने जीवन में सुख शांति प्राप्त करने के लिए शाबर मंत्र (shabar mantra for peace & prosperity) का प्रयोग करें ।  साथियों हमें जीवन में सफलता तभी प्राप्त होती है जब हम अपने कार्य को पूरी एकाग्रता से करें और प्रसन्न मन से करें और इसके लिए आवश्यक है कि हमारे जीवन में शांति हो,  शांति होने पर हम सभी कामों को अच्छे तरीके से कर पाते हैं और जीवन में मनवांछित सफलता प्राप्त करते हैं । ज्योतिष के द्वारा जीवन में सुख शांति प्राप्त करने के लिए वैदिक मंत्रों के साथ-साथ शाबर मंत्र भी दिए गए हैं और शाबर मंत्र का उचित प्रकार से प्रयोग करने से हमें अपने जीवन में सुख शांति प्राप्त होती है तो Photo by Rendy Novantino on Unsplash आईए जानते हैं जीवन में सुख शांति...
वास्तु के प्रमुख नियम 11 important rules of Vaastu

वास्तु के प्रमुख नियम 11 important rules of Vaastu

वास्तु vastu
वास्तु के प्रमुख नियम 11 important rules of Vaastu 11 important rules of Vaastu : आज हम अपनी इस पोस्ट में वास्तु के प्रमुख को समझने का प्रयास करेंगे जिसे जानकर आप भी अपने घर फैक्ट्री या दुकान के वास्तु दोष दूर कर सकते हैं, वास्तु का हमारे जीवन पर अत्यधिक प्रभाव होता है क्योंकि वास्तु में विभिन्न दिशाओं के स्वामी का हमारे जीवन में पढ़ने वाला प्रभाव हमारी सोच समझ और विचारने की क्षमता को प्रभावित करते हैं और अंतत इनके द्वारा ही हमारे कार्य प्रभावित होते हैं । Photo by Phil Hearing on Unsplash आइए जानते हैं वास्तु के प्रमुख नियम Major rules of Vaastu वास्तु के नियमों के अनुसार फैक्ट्री उद्योग, कारखानें, होटल एवं कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स का ईशान कोण कभी भी अन्य दीवारों से ऊंचा नही होना चाहिय । फैक्ट्री के ईशान कोण को छोड़कर अन्य किसी दिशा में कुएं अथवा गड्ढे हों, तो उन्हें साफ स...
क्या मांगलिक व्यक्ति का विवाह गैर मांगलिक से हो सकता है ? Can a Manglik person get married to a non-Manglik person?3 surefire solutions

क्या मांगलिक व्यक्ति का विवाह गैर मांगलिक से हो सकता है ? Can a Manglik person get married to a non-Manglik person?3 surefire solutions

ज्योतिष
क्या मांगलिक व्यक्ति का विवाह गैर मांगलिक से हो सकता है ? Can a Manglik person get married to a non-Manglik person? 3 surefire solutions आज हम यह जानेंगे कि क्या मांगलिक व्यक्ति का विवाह गैर मांगलिक से हो सकता है ? इस पोस्ट मे हम आपको विस्तार से बता रहें हैं कि क्या मांगलिक लड़के का विवाह गैर मांगलिक लड़की से हो सकता है या क्या मांगलिक लड़की का विवाह गैर मांगलिक लड़के से हो सकता है या नहीं । मित्रों यह तो हम जानते ही हैं कि विवाह संस्कार सभी के एक जीवन का अति महत्वपूर्ण संस्कार माना गया है , विवाह के बाद सभी व्यक्तियों का एक नया जीवन आरंभ होता है और आने वाले समय मे एक नए परिवार के निर्माण की आधारशिला रखी जाती है । क्या मांगलिक व्यक्ति का विवाह गैर मांगलिक से हो सकता है ? Can a Manglik person get married to a non-Manglik person? अनेक बार हमने यह देखा है की अच्छे वर वधू का चयन करने क...