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पूर्व भारत के तीर्थस्थल

रहस्यमयी सूर्य मंदिर कोणार्क-sun temple konark- A 2 Z easy guide

चमत्कारी मंदिर, तीर्थ-Tirth/Pilgrimage, पूर्व भारत के तीर्थस्थल
रहस्यमयी सूर्य मंदिर कोणार्क-sun temple konark- A 2 Z easy guide भारत के पूर्वी राज्य उड़ीसा में प्रभु जगन्नाथ की नगरी पुरी से 35 किमी उत्तर पूर्व में कोणार्क नामक स्थान पर स्थित है समस्त ब्रह्माण्ड को प्रकाशित करने वाले भगवान् सूर्यनारायण का कोणार्क मंदिर जो पूरे संसार में कोणार्क सूर्य मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है | कोणार्क सूर्य मंदिर के महत्व को देखते हुए “संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन" (United Nations Educational Scientific and Cultural Organization-UNESCO ने वर्ष 1984 में इसे विश्व धरोवर स्थल के रूप में मान्यता दी है और आज ये विश्व धरोवर स्थल के मानको के अनुरूप संरक्षित है | कोणार्क सूर्य मंदिर रथ के आकार में बना हुआ मंदिर है जिसमे मुख्य मन्दिर तीन मंडपों से मिलकर बना है जिसमे से दो मण्डप नष्ट हो चुके हैं। भगवान् सूर्य समय की गति को निर्धारित करने वाले दे...
kamakhya temple कामख्या मंदिर-यहाँ होता है black magic a2z info

kamakhya temple कामख्या मंदिर-यहाँ होता है black magic a2z info

चमत्कारी मंदिर, पूर्व भारत के तीर्थस्थल
kamakhya temple कामख्या मंदिर-यहाँ होता है black magic a 2 z info kamakhya temple : हिन्दू धर्म में जितने भी तीर्थस्थल है उनमे जगतजननी माता जगदम्बा के 52 मंदिरों का विशेष महत्व है, ये 52 मंदिर ही माता जगदम्बा के 52 शक्तिपीठ कहलाते है | ये तो हम सभी जानते ही है की भगवान् विष्णु के सुदर्शन चक्र से माता सती के मृत शरीर के 52 टुकड़े हो गये और ये पूरी धरती पर अलग अलग स्थानों पर गिर गए और ये अंग जहाँ जहाँ भी गिरे वो स्थान सदा के लिए तीर्थ बन गए जहाँ आज लाखों करोड़ों भक्त तीर्थयात्रा पर जाते है और जो भी भक्त सही मंशा से जो भी मनोकामना करते है उनकी मनोआमना पूरी होती है| इस लेख में हम आपको माता के सिद्ध पीठकामख्या मंदिर( kamakhya temple ) के विषय में बता रहे है जिसे कामरूप कामख्या मंदिर भी कहा जाता है | इस स्थान पर माता सती का योनि भाग गिरा था | इस मंदिर की प्राचीनता का इस बात से पता चलता है की य...
baidyanath dham -वैद्यनाथ धाम,देवघर,झारखण्ड-जहाँ हुई रावण से भूल

baidyanath dham -वैद्यनाथ धाम,देवघर,झारखण्ड-जहाँ हुई रावण से भूल

12 jyotirlinga, चमत्कारी मंदिर, तीर्थ-Tirth/Pilgrimage, पूर्व भारत के तीर्थस्थल
baidyanath dham-वैद्यनाथ धाम,देवघर,झारखण्ड-जहाँ हुई रावण से भूल baba baidyanath dham yatra  झारखंड राज्य में देवघर जिले में शिव जी के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक प्रभु बैद्यनाथ विराजित है|बैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग शिव जी पुराणकालीन मन्दिर है।| देवघर अर्थात देवी-देवताओं का निवास, बाबा भोलेनाथ  के सभी भक्त देवघर जनपद को बाबा बैद्यनाथ baidyanath के धाम के नाम से ही जानते है | यहाँ पर आने वालों की सारी मनोकामनाएँ पूर्ण हो जाती हैं| देवघर को संस्कृत के ग्रंथों में हरितकिवन या केतकीवन के रूप में जाना जाता है। श्रावण माह में  प्रभु बैद्यनाथ baidyanath के अनेक भक्त सुल्तानगंज से देवघर तक लगभग 100 किमी पैदल चलते हुए गंगा जल ले कर भगवान शिव को अर्पित करने के लिए लाते है| भोलेनाथ के मन्दिर के निकट अनेक अन्य मंदिर और एक विशाल तालाब स्थित है। वैद्यनाथ मन्दिर के निकट जो अन्य महत्वपूर्ण मंदिर है ...
jagannath temple:श्री जगन्नाथ मंदिर के ऊपर ध्वज वायु के विपरीत दिशा में ही लहराता है jagannath puri  char dham A 2 Z Complete & Easy Guide

jagannath temple:श्री जगन्नाथ मंदिर के ऊपर ध्वज वायु के विपरीत दिशा में ही लहराता है jagannath puri  char dham A 2 Z Complete & Easy Guide

चमत्कारी मंदिर, चार धाम Char dhaam, तीर्थ-Tirth/Pilgrimage, पूर्व भारत के तीर्थस्थल
jagannath temple:श्री जगन्नाथ मंदिर के ऊपर ध्वज वायु के विपरीत दिशा में ही लहराता है jagannath puri  char dham A 2 Z Complete & Easy Guide (jagannath story) jagannath temple : जगन्नाथपुरी उड़ीसा राज्य के पुरी नगर में बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित वो तीर्थ है जहाँ समस्त सृष्टि के स्वामी  श्री जगन्नाथ विराजित है| हिन्दू धर्म में अति पवित्र चार धाम (char dham) में से एक धाम है जगन्नाथ पुरी (jagannath puri) , अन्य तीन धाम है – बद्रीनाथ,द्वारिका और रामेश्वरम| हिन्दू धर्म में कुछ लोगों का ऐसा भी मानना है कि 4 धामों में बद्रीनाथ,केदारनाथ,यमनोत्री और गंगोत्री आते है| जगन्नाथ पुरी (jagannath temple ) एक वैष्णव मंदिर है जो अपनी बेहतरीन नक्काशी व भव्यता लिए प्रसिद्ध है जहाँ भगवान विष्णु के अवतार श्री कृष्ण हीं प्रभु जगन्नाथ कहलाते है| श्री जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ, बलभ...