पूजा पाठ (pooja path) के सही नियम – 9 effective rules
भगवान का पूजन और आरती के समय करते समय उनके मुख की एक बार या तीन बार , नाभि की दो बार और प्रभु के चरणों की चार बार आरती उतारनी चाहिए और प्रभु के समस्त अंगों की सात बार आरती उतारनी चाहिए…
भगवान का पूजन और आरती के समय करते समय उनके मुख की एक बार या तीन बार , नाभि की दो बार और प्रभु के चरणों की चार बार आरती उतारनी चाहिए और प्रभु के समस्त अंगों की सात बार आरती उतारनी चाहिए…
बसंत पंचमी पर्व विद्या प्राप्ति के साथ साथ वसंत ऋतु के आगमन की ख़ुशी में भी मनाया जाता क्योंकि बसंत ऋतु को सभी ऋतुओं में सर्वश्रेष्ट माना गया है|
हिन्दू धर्म के प्रमुख पर्वों में से एक मकर सक्रांति पर्व है | मकर संक्रान्ति ( makar sankranti) पर्व उस दिन को मनाया जाता है,जिस दिन सूर्य 12 राशियों में दसवी राशी यानि मकर राशी में प्रवेश करते है और सूर्य सामान्यतः 14 जनवरी या 15 जनवरी तक मकर राशी ( Capricorn ) में आ जाते है |