ओंकारेश्वर मन्दिर omkareshwar jyotirlinga A 2 Z Complete & Easy Guide

ओंकारेश्वर मन्दिर omkareshwar jyotirlinga

मध्य प्रदेश के इंदौर नगर के निकट (लगभग 77 किमी दूर ) और नर्मदा नदी के किनारे विराजित है प्रभु ओंकारेश्वर | 12 ज्योतिलिंगो में प्रभु ओंकारेश्वर का स्थान चौथा आता है |

बद्रीनाथ धाम-प्रभु विष्णु  का दूसरा निवास स्थान How to reach badrinath dham 1 of the char dham yatra-Complete & Easy Guide

बद्रीनाथ badrinath dham char dham

बद्रीनाथ मन्दिर की प्राचीनता इसी से पता चलती है कि बद्रीनाथ मंदिर का उल्लेख विष्णु पुराण, महाभारत तथा स्कन्द पुराण समेत कई प्राचीन ग्रन्थों में मिलता है और प्रभु बद्रीनाथ तीर्थ के बारे में ये कहा गया है कि स्वर्ग, पृथ्वी तथा नर्क तीनों ही स्थान में चाहे कितने ही तीर्थ हो किन्तु बद्रीनाथ जैसा तीर्थ न कभी था, न है और न ही कभी होगा।

ghushmeshwar jyotirlinga-घृष्णेश्वर मन्दिर महराष्ट्र-संतान देने वाले ज्योतिर्लिंग

ghushmeshwar jyotirling

शिवपुराण में घुश्मेश्वर महादेव का वर्णन मिलता है,जिन दम्पतियों को अनेक स्थानों पर उपचार कराने के बाद और अनेक वर्षों के बाद भी जब संतान नही होती है , तो प्रभु घुश्मेश्वर के पूजन से और प्रभु की कृपा से उनको भी संतान प्राप्त हो जाती है |

केदारनाथ ज्योतिर्लिंग-शिव कैसे बने बैल की पीठ Kedarnath temple-Kedarnath jyotirlinga A 2 Z complete & easy tour guide

केदारनाथ ज्योतिर्लिंग Kedarnath temple-Kedarnath jyotirlinga

उत्तराखंड राज्य के रूद्रप्रयाग जिले में हिमालय में केदार पर्वत पर विराजित है प्रभु केदारनाथ,जोकि हिन्दू धर्म के 12 ज्योतिर्लिंगों और चारों धाम में से भी एक है

काशी विश्वनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है – A Great Hindu Temple kashi vishvanath temple-Varanasi

kashi vishvanath temple काशी विश्वनाथ मंदिर

एक ऐसा तीर्थ , एक ऐसा मंदिर जिसके नाम में ही उसका अर्थ छुपा है | जी हाँ , काशी विश्वनाथ पुरे संसार के नाथ है पुरे विश्व के स्वामी है| वाराणसी में माँ गंगा के किनारे स्थित इस मंदिर में विराजित प्रभु भोलेनाथ के दर्शन करने पुरे विश्व से लोग आते है…

महाकालेश्वर मंदिर- mahakaleshwar jyotirlinga A 2 Z Complete & Easy Guide

mahakaleshwar jyotirlinga

महाकालेश्वर मंदिर  mahakaleshwar jyotirlinga भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। प्राचीन काल में इस स्थान को ही उज्जयिनी कहा जाता था | उज्जयिनिं नगर अवन्ती राज्य की राजधानी था । ऐसा माना जाता है की ये स्थान संसार का आरम्भ स्थलहै…

error: Content is protected !!