Table of Contents
कार्यसिद्धि के लिए शाबर मंत्र –शिवलिंग और सूर्यदेव की पूजा से पहले सभी कार्यों को सिद्ध करेंगे ये शाबर मंत्र
कार्यसिद्धि के लिए शाबर मंत्र : सभी कार्यों को सिद्ध करने के लिए लोबान जला कर इस शाबर मंत्र की एक माला जपे । ध्यान रहे कि जपकाल मे लोबान जलती रहे , कपड़े के 4 पुतले बनाकर जाप के बाद उन पर फूंक मारे और इन चारों पुतलों को चार भिन्न दिशाओं मे गाड़ दे। इसके बाद मंत्र की एक माला और जपे , और उसके बाद कार्यसिद्धि के लिए भगवान से प्रार्थना करे , ऐसा करने से बाधाओं का निवारण होकर कार्य सिद्धि होती है।
कार्यसिद्धि के लिए शाबर मंत्र
ॐ नमो सात समुद्र के बीच शिला।
जिस पर सुलेमान पैगंबर बैठा।
सुलेमान पैगंबर के चार मुवक्किल ।
पूर्व को धाया देव दानवों को बांधि लाया।
दूसरा मुवक्किल पश्चिम को धाया।
भूत-प्रेत कू बांधि लाया।
तीसरा मुवक्किल उत्तर को धावा ।
अयुत पितृ को बांधि लाया।
चौथा मुवक्किल दक्षिण को थाया।
डाकिनी शाकिनी को पकड़ लाया।
चार मुवक्किल चहुं दिशि धावें ।
छलछिद्र कोक रहन न पायें।
रोग दोष को दूर भगावें ।
शब्द सांचा पिंड काचा ।
फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा ।
शिवलिंग और सूर्यदेव की पूजा से पहले कार्यसिद्धि के लिए शाबर मंत्र
इस मंत्र का जाप मंदिर या घर किसी भी स्थान पर अपनी इच्छा से कर सकते हैं । ये मंत्र विपदाएं दूर करके धन लाभ देता है और साधक के सभी कार्य सिद्ध होने लगते हैं, इस मंत्र को 7 बार बोलकर तीन पत्तियों के बिल्वपत्र ( बेलपत्र ) शिवलिंग पर चढ़ाए। ये मंत्र जाप नित्य तब तक करे जब तक कार्य की सिद्धि न हो जाए ।
शिवलिंग की पूजा से पहले कार्यसिद्धि के लिए शाबर मंत्र
ॐ ह्रीं श्रीं ठं ठं ठं नमो भगवते
मम कार्य कार्याणि साधय साधय
मां रक्ष रक्ष शीघ्रनां
धनिनं कुरु कुरु हुँ
फट् श्रियं देहि, प्रज्ञां देहि,
ममापत्तिं निवारय निवारय स्वाहा ।
सूर्यदेव की पूजा से पहले कार्यसिद्धि के लिए शाबर मंत्र
यह बहुत ही शक्तिशाली शाबर मंत्र है। सूर्यदेव की कृपा से इस मंत्र के जाप के बाद मनवांछित कार्य अवश्य पूरा होता है। इस मंत्र के नित्य 7 बार जप करके प्रातःकाल सूर्यदेव को नमस्कार करना चाहिए । साधक की मनोकामनाएँ इस शक्तिशाली शाबर मंत्र के नित्य जप करने से एक-एक करके सभी पूरी होती जाती है ।
छूः छूः यह मंतर, देखो जंतर, बड़ा हयधंतर
बाले अस्वतर, अच्छा है यह जंतर,
उछले समंदर, काबिल यह तंतर
फीके सब बंदर, जेबी हय भणतर
सबही से बलतर, रमुज का मणतर,
कपसा है सुन्दर, टाले जो दुख रोग,
भगे वो नहीं भोग जमाया महाजोग,
देखिए जी तमलोक
बड़ा तमासा, मचाया खासा
धूल और धमासा, बजता यह तासा
मारूं जो एक काल, धनेगी ऐसी ताल
वो अगिया बेताल है और खतेरयार है ।
बड़ा जा हनुमान, करीम सुलेमान
हकीम जी लुकमान और जीन परस्तान
जादू का हफतखान, देवो मजार दान
जंगी कोहेस्तान, वैसी ओ मस्तान
सब वश हो जाये, सब गम खो जाये
दील सुख हंस जाये, सब गम हट जाये
आवो जी देखो जी, हंसो और नाचो ।
ऐसो है सांचो, नान कहे तमासो,
सज्जने साध्यो नजर यहाँ फेंको,
सुख संपत्ति ने संतति सो कोई देखो।
गुरु की शक्ति मेरी भक्ति,
फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा
सत्य गुरु का मंत्र साचा ।
ये भी पढे :
वास्तु के द्वारा भाग्य चमकाने के उपाय-8 नियम-Vastu ke dwara Bhagya Chamkane Ke Upay
हनुमान शाबर मंत्र से हनुमान जी के दर्शन Hanuman ji darshan by Hanuman Shabar Mantra