नई शिक्षा नीति2020 || New Education Policy 2020

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नई शिक्षा नीति 2020 || New Education Policy 2020

भारत में 34 वर्ष बाद नई शिक्षा नीति लागू होने जा रही है | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020  को हरी झंडी दिखा दी गयी । केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निंशक के अनुसार इस नई शिक्षा नीति (New Education Policy 2020) को बनाने में संसार की सबसे बड़ी परामर्श प्रक्रिया को अपनाया गया है |

इससे पहले राष्ट्रीय शिक्षा नीति को 1986  में लागू किया गया था और 1992 में इसमें अंतिम बार संशोधित किया गया था।

केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और रमेश पोखरियाल की कैबिनेट ने नई शिक्षा नीति की प्रमुख बिन्दुओ को सार्वजनिक किया और 1 करोड़ से अधिक शिक्षकों और 33 करोड़ छात्र-छात्रों के साथ देश के 1000 से अधिक विश्वविद्यालयों, शुभकामनाएं दी |

केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निंशक के अनुसार नई शिक्षा नीति से युवाओं के लिए उच्च शिक्षा लेना आसान हो जाएगा।

केंद्र सरकार की मंशा है कि अब भारत की GDP का 6% शिक्षा में लगाया जाए जो अभी तक GDP का 4.43% है।  

शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निंशक ने नई शिक्षा नीति के ड्राफ्ट से जुड़ी जो प्रमुख बातें बताई उसके अनुसार :-

  1. मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD) का नाम अब परिवर्तित करके शिक्षा मंत्रालय किया जाएगा। 
  2. एक राष्ट्रीय शैक्षिक टेक्नोलॉजी फोरम (NETF) बनाया जा रहा है और वर्चुअल लैब विकसित की जा रही है | ई-पाठ्यक्रम क्षेत्रीय भाषाओं में विकसित किए जाएंगे।
  3. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार मल्टिपल एंट्री और एग्ज़िट सिस्टम ( multiple entry and exit system) में पहले एक वर्ष के बाद सर्टिफिकेट, दूसरे वर्ष के बाद डिप्लोमा और तीन से चार वर्ष बाद डिग्री दी जाएगी।
  4. नई शिक्षा नीति (New Education Policy 2020) में 10+2 के प्रारूप को पूरी तरह से समाप्त किया जा रहा है। जोकि अब 5+3+3+4 हो जायेगा | इसमें अंतिम 4 वर्ष 9वीं से 12वीं तक के हैं। 
  5. अब शिक्षा के पहले 5 वर्ष में प्री-प्राइमरी स्कूल के तीन वर्ष और कक्षा 1 और कक्षा 2 के 1- 1 वर्ष यानि 5 वर्ष में कक्षा 2 तक की पढाई हो सकेगी| इसके बाद अगले तीन वर्षों में कक्षा 3 – 4 और कक्षा 5 की पढाई होगी | इसके बाद के तीन वर्षो में कक्षा 6 से 8 तक की पढाई होगी  और इसके बाद अंतिम चार वर्ष में कक्षा 9 से 12 तक की पढाई होगी | इसके साथ ही स्कूलों में कला, वाणिज्य, विज्ञान स्ट्रीम का कोई कठोर पालन नहीं किया जायेगा, विद्यार्थी अपनी इच्छा से जो भी पाठ्यक्रम लेना चाहे ले सकेंगे।
  6. कक्षा 1 से कक्षा 5 तक जहाँ तक संभव हो शिक्षण के माध्यम के रूप में मातृभाषा का प्रयोग किया जायेगा । जहाँ विद्यार्थी के घर और स्कूल की भाषा अलग-अलग होगी वहां दो भाषाओं का प्रयोग करने का सुझाव दिया गया है।
  7.  New Education Policy 2020 कक्षा 1 और 2 में भाषा व गणित पर काम विशेष ध्यान दिया जायेगा |
  8. कक्षा 4 और 5 में लेखन कौशल पर काम करने पर भी ध्यान देने की बात कही गई है।
  9. उच्चा शिक्षा के लिए बनाए गए सभी तरह के डीम्ड और संबंधित विश्वविद्यालय को मात्र विश्वविद्यालय के रूप में ही जाना जाएगा।
  10. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में रंगमंच, संगीत, नृत्य, कला, दर्शन उच्च संस्थानों की शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल होंगे और स्नातक की डिग्री की अवधि 3 या 4 वर्ष की होगी।
  11. एकेडमी बैंक ऑफ क्रेडिट (Academic bank of Credit) जिसमे छात्रों के परफॉर्मेंस का डिजिटल रिकॉर्ड सुरक्षित रखा जाएगा ।
  12. New Education Policy 2020 में  वर्ष 2030 तक सभी जनपदों में या उसके पास कम से कम एक बड़ा मल्टी सब्जेक्ट हाई इंस्टिट्यूशन (multi subject high institution) का प्रावधान है |
  13. 2040 तक सभी उच्च शिक्षा संस्थानों को मल्टी सब्जेक्ट हाई इंस्टिट्यूशन (multi subject high institution) बनाना होगा जिसमें 3000 से अधिक छात्र होंगे |
  14. वर्ष 2050 तक स्कूल और उच्च शिक्षा प्रणाली के माध्यम से कम से कम 50 प्रतिशत विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा दी जाएगी ।
  15. संस्थानों के पास ओपन डिस्टेंस लर्निंग ( Open distance learning )और ऑनलाइन कार्यक्रम ( online programme ) चलाने का विकल्प होगा
  16. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्राथमिक शिक्षा में बहुभाषा को प्राथमिकता दी जाएगी और ऐसे भाषा शिक्षकों की उपलब्धता पर ध्यान दिया जायेगा जो बच्चों के घर की भाषा समझते हों। क्योंकि विद्यार्थी के परिवार की भाषा और स्कूली शिक्षा की भाषा में अंतर होने पर एक समस्या उत्पन्न हो जाती है जिसे राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न राज्यों में अनुभव किया गया है ।
  17. कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय का विस्तार 12वीं तक करने का सुझाव दिया गया है साथ ही लड़कियों की शिक्षा में व्यवधान न उत्पन्न हो सके इसके लिए उनको भावनात्मक रूप से सुरक्षित वातावरण देने का सुझाव दिया गया है।
  18. नई शिक्षा नीति में स्कूली शिक्षा, उच्च शिक्षा के साथ कृषि शिक्षा, कानूनी शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा और तकनीकी शिक्षा जैसी व्यावसायिक शिक्षाओं पर भी ध्यान देने की आवश्यकता बताई गयी है।
  19. नई शिक्षा नीति में शिल्प, खेल, योग, कला, संगीत, सामुदायिक सेवा जैसे सभी विषयों को भी पाठ्यक्रम में रखा जाएगा। इन्हें सहायक पाठ्यक्रम (co-curricular) या अतिरिक्त पाठ्यक्रम ( extra- curricular) के रूप में नहीं देखा जाएगा।

New Education Policy 2020 के अनुसार 4 वर्ष की डिग्री करने के बाद स्नातकोत्तर और उसके बाद MPhil किये बिना ही सीधे PhD  कर सकेंगे। 

  1. शिक्षकों के सहायता के लिए technology के प्रयोग को प्रोत्साहित किया जायेगा जिसमे कंप्यूटर, लैपटॉप व फोन इत्यादि के जरिए विभिन्न ऐप का इस्तेमाल करके शिक्षण को रोचक बनाने का प्रयास किया जायेगा |
  2. नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश के लिए कॉमन एंट्रेंस एग्जाम का ऑफर दिया जाएगा।
  3. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार पाठ्यक्रम में भारतीय ज्ञान पद्धतियों को सम्मलित किया जायेगा साथ ही प्राइवेट स्कूलों मनमाने तरीके से फीस न बढ़ा सके , इसका भी प्रावधान किया गया है | 
  4. नई शिक्षा नीति में अब शिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थी के माता पिता को भी जागरूक किया जायेगा
  5. देश के संवैधानिक मूल्यों के प्रति दायित्व और स्वंम में नैतिकता उत्पन्न करना पाठ्यक्रम का हिस्सा होगा|

Remark :- मित्रों नई शिक्षा नीति 2020 (New Education Policy 2020) को बनाने  संसार की सबसे बड़ी परामर्श प्रक्रिया अपनाई गयी है इसलिए इसके प्रमुख तथ्यों को  ही हम रख पाने का प्रयास कर पा रहे है |यदि आप किसी तथ्य को विस्तारपूर्वक जानना चाहते है तो comment box में comment करें |

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