बारिश के मौसम में कैसा हो हमारा खानपान

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बारिश के मौसम में हमारा खानपान 

(baarish ke mausam me hamara khanpaan )

बारिश के मौसम में क्या न खाएं :-

मित्रों बारिश के मौसम में infection सबसे अधिक फैलता है , बारिश का मौसम आते ही हमे television , newspaper में डायरिया,हैजा,चिकनगुनिया,मलेरिया और डेंगू इतियादी से जुड़े समाचार सुनने और पढने को मिलते ही रहते है और इन रोगों से ग्रसित होने पर इनके उपचार में हमारा अच्छा ख़ासा पैसा व्यर्थ ही बर्बाद हो जाता है| वैसे तो बारिश का मौसम हम सबको अच्छा लगता है लेकिन इस मौसम में फैलने वाले infection से बचने के लिए हम सबको कुछ सावधानियां अपनानी चाहिए और इन सावधानियों में सबसे बड़ी सावधानी है बारिश के मौसम का खानपान| तो आइये जानने का प्रयास करते है कि कैसा हो बारिश के मौसम का खानपान :-

  1. बारिश के मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक,पत्तागोभी इतियादी को खाने से बचे अथवा सब्जी बनाने से पहले अच्छी तरह से गर्म पानी में थोड़ी देर डूबोकर रख दें और उस पानी में हरी सब्जी को अच्छी तरह से धोकर उस पानी को फेंक दे और फिर उसकी सब्जी बनायें क्योंकि बारिश के दिनों में बड़ी संख्या में कीट पतंगे उत्पन्न हो जाते है जो हरी पत्तेदार सब्जियों पर बैठकर उनपर छोटे छोटे अंडे दे देते है जिसके कारण हरी पत्तेदार सब्जियां जहरीले हो जाती है जिसके सेवन करने से हम बीमार पड़ जाते है |
  2. बारिश के मौसम में खीरे इतियादी की सलाद खाने से पहले भी इनको अच्छी तरह से धोकर खाएं | विशेषकर इनको काटते समय इस बात का ध्यान रखे की इनमे कीड़ें न लगे हों क्योंकि इनमे छोटे छोटे कीड़े लगे होते है जो हमे दिखाई नही देते है |
  3. बारिश के मौसम में मशरूम इतियादी भी खाने से बचे क्योंकि जिस स्थान पर मशरूम का उत्पादन होता है , वहाँ बारिश के कीड़ों से मशरूम विषाक्त हो जाती है और इनके सेवन से हम अस्वस्थ हो सकते है |
  4. फलों के जूस का सेवन न करें बल्कि फल को भलीभांति धोकर और काटकर खाएं क्योंकि यदि फल में कीड़ें होंगे तो जूस बनाते समय उन कीड़ों के अवशेष भी जूस में आ जाते है जिससे हम बीमार पड़ जाते है|
  5. कटे फटे फलों के सेवन से बचे क्योंकि पहले से ही कटे हुए फलों की चाट या सलाद का कीटाणुओं से दूषित होने की सम्भावना अधिक होती है और इनका सेवन हमे अस्वस्थ कर सकता है |
  6. बारिश के मौसम में अधिक तैलीय भोजन जैसे पकोड़े इतियादी खाने से बचे क्योंकि अधिक तैलीय भोजन से हमारा पाचन तंत्र कमजोर होता है जिससे हम अस्वस्थ हो सकते है | हाँ कभी मन करे तो घर पर ही बनवा कर खा सकते है क्योंकि जिस साफ़ सफाई से घर पर खाना बनता है उस प्रकार बाहर का खाना नही बनाया जाता है , साथ ही एक ही तेल ( रिफाइंड इतियादी ) को अनेक बार प्रयोग किया जाता है जिससे खाना विषाक्त हो जाता है |
  7. बारिश के मौसम में ( यदि आप मांसाहारी है तो ) मछलियां और झीगें इतियादी खाने से बचे क्योंकि ये इनका प्रजनन काल होता है जिसमे ये बच्चों को जन्म देने के लिए अंडे देते हैं , इसलिए बारिश के मौसम की मछलियाँ और झींगे खाने से हम अस्वस्थ भी हो सकते है 

( * शाकाहार अपनाये … रोग बीमारीयों को दूर भगाएं # # # शाकाहार सर्वश्रेष्ठ होता क्योंकि इसमें हम किसी जीव की हत्या करके उसकी लाश ( जिसे लोग मांस कहते है ) नही खाते है | )

बारिश के मौसम में क्या खाए :- 

  1. बारिश के मौसम में लहसुन का सेवन विशेष लाभदायक होता है, वैसे लहसुन का सेवन तो हमेशा ही अच्छा होता है लेकिन  मानसून में लहसुन बड़े काम का होता है क्योंकि लहसुन के सेवन से हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है और हम स्वस्थ रहते है | लहसुन का सेवन अनेक प्रकार से किया जा सकता है जैसे सब्जी में लहसुन का प्रयोग , लहसुन का अचार, लहसुन की भुनी हुई कलियाँ , लहसुन का सूप , शहद के साथ लहसुन की कलियाँ
  2. बारिश के मौसम में आम का सेवन भी लाभदायक होता है, वैसे आम गर्मियों के मौसम में ही आ जाता है लेकिन ये बारिश के मौसम तक मिल जाता है | आम एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है जिससे हमारे शरीर को रोगों से लड़ने में सहायता मिलती है ।
  3. बारिश के मौसम में नींबू भी आसानी से मिल जाता है जोकि विटामिन C से भरपूर होता है जिससे हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होती है |
  4. बारिश के मौसम में तुलसी जी के पत्तो का सेवन अत्यधिक लाभकारी होता है क्योंकि तुलसी में एंटीवायरल और एंटी-ऑक्सीडेंट्स होती है इसलिए तुलसी जी के 3- 4 पत्ते गुड या शहद के साथ लेना हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक लाभकारी होता है |
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