महालक्ष्मी स्तु‍ति Mahalaxmi Stuti in Hindi

महालक्ष्मी स्तु‍ति Mahalaxmi Stuti in Hindi इसके पाठ से इंद्र की दरिद्रता दूर हुई थी

अपने जानने वालों में ये पोस्ट शेयर करें ...

महालक्ष्मी स्तु‍ति Mahalaxmi Stuti in Hindi इसके पाठ से इंद्र की दरिद्रता दूर हुई थी

Mahalaxmi Stuti in Hindi : महालक्ष्मी स्तु‍ति के लाभ अनेक है जिनमे से सबसे प्रमुख लाभ ये है कि इस स्तुति को करने वाला कभी निर्धन नही रहता है , जब घमंड में चूर देवराज इंद्र को दुर्वासा ऋषि ने दरिद्र होने का अभिशाप दे दिया था तब इसी स्तुति के पाठ से इंद्र की दरिद्रता दूर हुई थी

महालक्ष्मी स्तु‍ति Mahalaxmi Stuti in Hindi

महालक्ष्मी स्तु‍ति Mahalaxmi Stuti in Hindi

 

आदि लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु परब्रह्म स्वरूपिणि  ।

यशो देहि धनं देहि सर्व कामांश्च देहि मे   ।।1 ।।

सन्तान लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु पुत्र-पौत्र प्रदायिनि ।

पुत्रां देहि धनं देहि सर्व कामांश्च देहि मे ।।2 ।।

विद्या लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु ब्रह्म विद्या स्वरूपिणि ।

विद्यां देहि कलां देहि सर्व कामांश्च देहि मे ।।3 ।।

धन लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्व दारिद्र्य नाशिनि ।

धनं देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे ।।4 ।।

धान्य लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्वाभरण भूषिते ।

धान्यं देहि धनं देहि सर्व कामांश्च देहि मे ।।5 ।।

मेधा लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु कलि कल्मष नाशिनि ।

प्रज्ञां देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे ।।6 ।।

गज लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्वदेव स्वरूपिणि ।

अश्वांश गोकुलं देहि सर्व कामांश्च देहि मे ।।7 ।।

धीर लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु पराशक्ति स्वरूपिणि ।

वीर्यं देहि बलं देहि सर्व कामांश्च देहि मे ।।8 ।।

जय लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्व कार्य जयप्रदे ।

जयं देहि शुभं देहि सर्व कामांश्च देहि मे ।।9 ।।

भाग्य लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सौमाङ्गल्य विवर्धिनि ।

भाग्यं देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे ।।10 ।।

कीर्ति लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु विष्णुवक्ष स्थल स्थिते ।

कीर्तिं देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे ।।11 ।।

आरोग्य लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्व रोग निवारणि ।

आयुर्देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे ।।12 ।।

 

सिद्ध लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्व सिद्धि प्रदायिनि ।

सिद्धिं देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे ।।13 ।।

सौन्दर्य लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु सर्वालङ्कार शोभिते ।

रूपं देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे ।।14 ।।

साम्राज्य लक्ष्मि नमस्तेऽस्तु भुक्ति मुक्ति प्रदायिनि ।

मोक्षं देहि श्रियं देहि सर्व कामांश्च देहि मे ।।15 ।।

मङ्गले मङ्गलाधारे माङ्गल्ये मङ्गल प्रदे ।

मङ्गलार्थं मङ्गलेशि माङ्गल्यं देहि मे सदा ।।16 ।।

सर्व मङ्गल माङ्गल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके ।

शरण्ये त्रयम्बके देवि नारायणि नमोऽस्तुते ।।17 ।

*******************************

ये भी पढे : शिव स्तुति मंत्र (Shiv Stuti Mantra) जीवन मे सभी सुखों को देने वाला मंत्र है

ये भी पढ़े : श्री स्तुति मंत्र ( Sri Stuti : Sri Stuthi ) के पाठ से जीवन से सभी प्रकार के अभाव दूर होते है

ये भी पढ़े : माँ त्रिपुर भैरवी स्तुति Maa Tripura Bhairavi Stuti

ये भी पढ़े : मंगला गौरी स्तुति– Mangla Gauri Stuti in hindi मांगलिक दोष को दूर करने का उपाय

******************************

****************************************

सरल भाषा में computer सीखें : click here

****************************************

ये भी पढ़े : Vrindavan a 2 z easy tour guide||वृंदावन-प्रभु श्री कृष्ण की नगरी

अपने जानने वालों में ये पोस्ट शेयर करें ...

Leave a Comment

Scroll to Top