मंगल की महादशा Mangal ki Mahadasha  Mahadasha of Mars

मंगल की महादशा में विभिन्न ग्रहों का फल Mangal ki Mahadasha- Mahadasha of Mars

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मंगल की महादशा में विभिन्न ग्रहों का फल Mangal ki Mahadasha- Mahadasha of Mars

साथियों आज हम चर्चा कर रहें हैं मंगल की महादशा में विभिन्न ग्रहों का फल (Mangal ki Mahadasha) विषय पर ।

मित्रों  मंगल हमारी ऊर्जा का कारक है , मंगल हमारे शरीर में शक्ति , उर्जा और मन में साहस और निडरता देता है और साथ ही हमें अच्छा स्वास्थ्य और शरीर प्रदान करता है , मंगल की स्थिति से हम अपने जीवन में अपने भाइयों की स्थिति , उनका व्यवहार और उनसे लाभ और हानि को समझ सकते है ।

कुंडली मे मंगल की विभिन्न भावों मे स्थिति हमारे जीवन में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। कुंडली में मंगल की अच्छी स्थिति जीवन में सफलता देती है वहीं कुंडली मे निर्बल मंगल या पाप ग्रहों से ग्रसित मंगल हमारे जीवन से सभी सुख छीन भी लेती हैं ।

Mangal ki Mahadasha  Mahadasha of Mars

आइये आज जानते हैं

मंगल की महादशा में विभिन्न ग्रहों का फल

Mangal ki Mahadasha- Mahadasha of Mars

मंगल की महादशा में ‘मंगल’ के अंतर का फल

मंगल की महादशा में ‘मंगल’ की ही अंतर्दशा हो, तो जातक का भाइयों से विरोध, शत्रुओं से संग्राम एवं पर स्त्री का साथ होता है। उसे रक्त पित्त की पीड़ा से भी पीड़ित रहना पड़ता है।

मंगल की महादशा में ‘राहु’ के अंतर का फल

मंगल की महादशा में ‘राहु’ की अंतर्दशा हो, तो जातक को अग्नि, शस्त्र, चोर, शत्रु तथा अनेक प्रकार की विपत्तियों से भय, धन नाश एवं रोग के कारण शारीरिक पीड़ा की सामना करना पड़ता है।

मंगल की महादशा में ‘गुरु’ के अंतर का फल

मंगल की महादशा में ‘गुरु’ की अंतर्दशा हो, तो जातक देवता, ब्राह्मण आदि का पूजन करता है। उसे तीर्थ यात्रा का लाभ मिलता है, परंतु राजा के द्वारा कुछ भय भी होता है।

मंगल की महादशा में ‘शनि’ के अंतर का फल

मंगल की महादशा में ‘शनि’ की अंतर्दशा हो, तो जातक के परिवारी जनों का नाश होता है तथा सहस्रों प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ता है।

मंगल की महादशा में ‘बुध’ के अंतर का फल

मंगल की महादशा में ‘बुध’ की अंतर्दशा हो, तो जातक को शत्रु, चोर तथा अग्नि आदि से भय होता है तथा किसी अत्यंत क्रूर मनुष्य के द्वारा कष्ट भी उठाना पड़ता है।

मंगल की महादशा में ‘केतु’ के अंतर का फल

मंगल की महादशा में ‘केतु’ की अंतर्दशा हो, तो जातक को बादल, बिजली, अग्नि, शस्त्र, चोर आदि से भय तथा कष्ट प्राप्त होता है।

मंगल की महादशा में ‘शुक्र’ के अंतर का फल

मंगल की महादशा में ‘शुक्र’ की अंतर्दशा हो, तो जातक को शस्त्र-भय, शारीरिक व्याधि, उपद्रव, धन-नाश आदि संकटों का सामना करना पड़ता है तथा परदेश की यात्रा करनी पड़ती है।

मंगल की महादशा में ‘सूर्य’ के अंतर का फल

मंगल की महादशा में ‘सूर्य’ की अंतर्दशा हो, तो जातक का प्रताप एवं प्रभाव प्रचंड बना रहता है। वह अनर्थकर कार्यों को करता है तथा राजा के साथ शर्त लगाकर विजय प्राप्त करता है।

मंगल की महादशा में ‘चंद्रमा’ के अंतर का फल

मंगल की महादशा में ‘चंद्रमा’ की अंतर्दशा हो, तो जातक को मणिमाणिक्य, धन, मित्र, राजा द्वारा सम्मान तथा धन एवं विविध प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है।

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आइये अब जानते हैं

अशुभ मंगल के उपाय -13 Remedies for malefic mars

निष्कर्ष : साथियों हम आशा करते है कि इस पोस्ट “मंगल की महादशा में विभिन्न ग्रहों का फल Mangal ki Mahadasha- Mahadasha of Mars “

हम आशा करते है कि पोस्ट आपको अच्छी लगी होगी , यदि आप भी अपनी कुंडली से ये जानना चाहते है कि आपकी कुंडली में मंगल की स्थिति कैसी है , मंगल शुभ है या अशुभ तो कुंडली विश्लेषण के लिए हमारे whatsApp number 8533087800 पर संपर्क कर सकते हैं

अब यदि कोई ग्रह ख़राब फल दे रहा हो , कुपित हो या निर्बल हो तो उस ग्रह के मंत्रों का जाप , रत्न आदि धारण करने चाहिए ,

इसके साथ ही आप ग्रह शांति जाप ,पूजा , रत्न  परामर्श और रत्न खरीदने के लिए अथवा कुंडली के विभिन्न दोषों जैसे मंगली दोष , पित्रदोष आदि की पूजा और निवारण उपाय जानने के लिए भी संपर्क कर सकते हैं

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Mangal ki Mahadasha  Mahadasha of Mars

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