मूंगा से रोगों का उपचार कैसे करें How to cure diseases with coral with 11 methods

मूंगा से रोगों का उपचार कैसे करें How to cure diseases with coral with 11 methods

अपने जानने वालों में ये पोस्ट शेयर करें ...

मूंगा से रोगों का उपचार कैसे करें How to cure diseases with coral with 11 methods

मित्रों रत्न से रोगों का उपचार में आज इस पोस्ट के द्वारा हम जानेंगे मूंगा से रोगों का उपचार कैसे करें (How to cure diseases with coral) ? साथियों मूंगा मंगल ग्रह का रत्न है और मंगल ग्रह से जुड़े हुए शरीर के सभी भाग , मूंगा के धारण करने से या मूंगा रत्न की भस्म लेने से ठीक हो जाते हैं .

मूंगा रक्त विकार, रक्त पित्त , हृदय की दुर्बलता आदि अनेक प्रकार के रोगों के उपचार में सहायक होता है.

मूंगा से रोगों का उपचार कैसे करें How to cure diseases with coral with 11 methods

तो आईए जानते हैं मूंगा से रोगों का उपचार कैसे करें

मूंगा से रोगों का उपचार कैसे करें How to cure diseases with coral with 14 methods

मूंगे को आयुर्वेद में प्रवाल कहा गया है । आयुर्वेद के अनुसार- मूंगा गुण में लघु व रुक्ष है। रस की दृष्टि से यह मधुर और कुछ अम्लीय होता है। इसका विपाक मधुर तथा वीर्य शीत होता है।

वैज्ञानिक दृष्टि से इसमें 83 प्रतिशत कैल्शियम कार्बोनेट, 35 प्रतिशत मैगनीशियम कार्बोनेट, 45 प्रतिशत लोहा तथा अल्प मात्रा में सीसा होता है। इसके अलावा इसमें 8 प्रतिशत अन्य पदार्थ होते हैं।

  1. चिकित्सा के क्षेत्र में मूंगा रक्त विकार, रक्त पित्त तथा हृदय की दुर्बलता आदि में प्रयोग किया जाता है
  2. मूंगे का प्रयोग विशेषरूप से वात, पित्त तथा कफ दोषों के निवारण के लिए किया जाता है।
  3. मूंगे को गुलाब जल के साथ पीसकर छाया में सुखाकर मधु यानि शहद के साथ सेवन करने से शरीर पुष्ट और स्वस्थ होता है।
  4. मूंगा कफ व वायु के विकृत होने से उत्पन्न रोगों में गुणकारी है।
  5. नेत्र रोगों में इसका चूर्ण अंजन (काजल जैसे ) के रूप में लगाने पर काफी लाभ होता है।
  6. मूंगा मस्तिष्क व नाड़ी की दुर्बलता दूर करता है।
  7. मूंगा विशेषकर अम्ल, पित्त, पेटदर्द, खूनी पेचिश तथा बवासीर में प्रयोग किया जाता ।
  8. मूंगा पुराने-बिगड़े जुकाम, खांसी, दमा आदि रोगों को दूर करने में भी प्रयोग किया जाता है।
  9.  मूंगा की भस्म खाने से कफ एवं खांसी दूर होती है, जबकि मलाई के साथ लेने पर हृदय रोग में लाभ होता है।
  10. ब्लडप्रेशर में मूंगे का भस्म शहद के साथ खाने से तुरंत लाभ होता है।
  11. मूंगे को केवड़े में घिसकर गर्भवती स्त्री के पेट पर लेप लगाने से गिरता हुआ गर्भ रुक जाता है।

मूंगा कैसे धारण करें 

मूंगा को यदि संभव है तो सोने की अंगूठी में पहनना चाहिए। यदि सोना खरीदना संभव न हो तो चांदी में थोड़ा सोना मिलाकर या तांबे की अंगूठी बनवाकर मूंगा पहनना चाहिए।

यदि मूंगा मंगलवार को ही ख़रीदे और उसी दिन धारण करें तो उत्तम होता है। मूंगे का वजन 6 रत्ती से कम नहीं होना चाहिए। इसे धारण करते समय शुभ चौघडिया या मूंगा के लिए सर्वोत्तम लग्न पर अवश्य विचार करना चाहिए।

मूंगा किसी शुक्ल पक्ष के मंगलवार को सूर्योदय के एक घंटे बाद दाएं हाथ की अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए और पहनने से पहले अंगूठी का पूजन कर दस हजार बार ॐ अं अंगारकाय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए

मूंगा पहनने से लाभ Moonga Benefits

Remark : 

साथियों हमें आशा है कि आपको ये पोस्ट  “मूंगा से रोगों का उपचार कैसे करें How to cure diseases with coral with 11 methods ” पसंद आई होगी , यदि हाँ तो इसे अपने जानने वालों में share करें। , कुंडली विश्लेषण के लिए हमारे WhatsApp number 8533087800 पर संपर्क कर सकते हैं

अब यदि कोई ग्रह ख़राब फल दे रहा हो , कुपित हो या निर्बल हो तो उस ग्रह के मंत्रों का जाप , रत्न आदि धारण करने चाहिए ,

इसके साथ ही आप ग्रह शांति जाप ,पूजा , रत्न  परामर्श और रत्न खरीदने के लिए अथवा कुंडली के विभिन्न दोषों जैसे मंगली दोष , पित्रदोष आदि की पूजा और निवारण उपाय जानने के लिए भी संपर्क कर सकते हैं

अपना ज्योतिषीय ज्ञान वर्धन के लिए हमारे facebook ज्योतिष ग्रुप के साथ जुड़े , नीचे दिए link पर click करें

श्री गणेश ज्योतिष समाधान 

ये भी पढ़े : स्त्री की कुंडली में मंगल ग्रह stri ki kundli me mangal grah-16 mars effects in female horoscope

ये भी पढ़े : अशुभ मंगल के उपाय -13 Remedies for malefic mars

ये भी पढ़े : कुंडली में मंगल की स्थिति,Auspicious & Malefic Mars in Hindi Astrology

ये भी पढ़े : mangal dosh kya hota hai 12 upay कब नहीं लगता है मंगल दोष ? क्या होता है मंगल दोष?

ये भी पढ़े : स्त्री की कुंडली में चंद्रमा का प्रभाव stri ki kundli me chandrama-13 moon effects in female horoscope

ये भी पढ़े :ज्योतिष के अनुसार शिक्षा -9 ग्रहों के अनुसार शिक्षा (education in astrology – education as per planets)

अपने जानने वालों में ये पोस्ट शेयर करें ...
Scroll to Top